रंग बिरंगी दुनिया की, खुशबू को गले लगाऊँ मैं मन की मनमोहक सुंदरता, अनदेखी कर जाऊँ मैं । रंग बिरंगी दुनिया की, खुशबू को गले लगाऊँ मैं मन की मनमोहक सुंदरता, अनदेखी कर जा...
दिल के अंतस से उपजी एक कविता..... दिल के अंतस से उपजी एक कविता.....
कितना कठिन है, प्रभु डगर पे चलना। कितना कठिन है, प्रभु डगर पे चलना।
टूट के बिखर जाते है वो लोग टूट के बिखर जाते है वो लोग
संग कैसे द्वय को तुष्ट करें संग कैसे द्वय को तुष्ट करें
कभी शक्ति रूप में रक्तबीज कोरोना का संहार करो। कभी शक्ति रूप में रक्तबीज कोरोना का संहार करो।